उत्तर प्रदेश का “दिलीप मॉडल”


चलिए बताते है आपको एक होनहार और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र रहे दिलीप त्रिपाठी जी के बारे में।

देश के सबसे पिछड़े जिलों में शामिल सिद्धार्थनगर जिले की डुमरियागंज विधानसभा के हंसुडी औसानपुर के ग्राम प्रधान हैं। प्रधानमंत्री की गांव गोद लेने के आह्वान से प्रभावित होकर इन्होंने अपने निजी प्रयासों से उस गांव को उत्तर प्रदेश का सबसे हाईटेक गांव बनाया है। लगातार दो बार ग्राम पंचायत के क्षेत्र में मिलने वाले राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाले देश के इकलौते ग्राम प्रधान हैं। जो पुल सरकारों की उपेक्षाओं के कारण आज तक नहीं बन पाया था, वह पुल इन्होंने मनरेगा से इसी लॉकडाउन में बनवा दिया। जिसके कारण 30 किमी की दूरी 5 किमी हो गयी।

पूरे गांव में सीसीटीवी कैमरा है।हर घर के सामने कचरा पेटी है, कोई रास्ते मे कूड़ा फेंक नहीं सकता। गांव के कंट्रोल रूम से पूरे गांव में फैले खम्भों पर लगे साउंड सिस्टम से आवाज आ जाती है कि अमुख व्यक्ति, अमुख स्थान पर गंदगी कर रहा है।सरकार की योजना से पहले गांव के प्राइमरी स्कूल में बच्चे अंग्रेजी पढ़ते हैं। जगदंबिका पाल जैसे व्यक्ति वहां के सांसद हैं लेकिन उनका गोद लिया गांव इस गांव के सामने कितना टिकेगा कह नहीं सकता।

पूरे गांव में हर घर एक रंग (गुलाबी) रंग में रंगा है। गांव में फ्री वाई-फाई की सुविधा है, 23 पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगे हैं, 23 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, 40 कूड़ेदान, भूमि गत नाली, अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त अटल ग्राम संसद भवन, हाईटेक सरकारी विद्यालय, 40 सोलर लाइट, गांव में इंटरलाकिंग सड़कों की सुविधा मौजूद हैं। इन कार्यों के लिये दिलीप त्रिपाठी को मालदीव में वहाँ की सरकार द्वारा गलोबल यूथ पीस अम्बेसडर अवार्ड से सम्मानित किया गया है।धारा 370 हटने के पूर्व भारत सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर के डोडा, पुंछ, किश्तवाड़, राजौरी, रामबन, उधमपुर सहित अन्य जिलों में संगीनों के साये में सरपंचों को प्रशिक्षण देने के लिए भेजा गया था।

प्रदेश के पंचायतीराज मंत्री के विभाग के सभी बड़े अफसर यह जानते हुए की यह देश का पहला गांव है जिसे साढ़े चार साल के कार्य काल में हसुडी औसान पुर को दो बार लगातार भारत सरकार के पंचायती मंत्रालय के सर्वोच्च पुरस्कार नाना जी देश मुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा (2016-17 ,2017-18) मिला। भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय का राष्ट्रीय पुरस्कार पंडित दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार (2016-17 ,2017-18, 2018-19) लगातार तीन बार मिला। हंसुडी औसनपुर ग्राम पंचायत एक कार्य काल मे 6 राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाला पूरे देश का इकलौता गांव है।27 जून 2017 को बेस्ट ग्राम प्रधान का राष्ट्रीय पुरस्कार केंद्रीय पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ,व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिव राज सिंह चौहान के द्वारा मिला था। 2016 -17 का दोनो पुरस्कार प्रधानमंत्री मोदी जी के द्वारा 24 अप्रैल 2018 को पंचायती राज दिवस पर मध्यप्रदेश में मिला है।

दिलीप त्रिपाठी ने कहा कि यह एक सुखद संयोग है कि इस क्षेत्र (डुमरियागंज) के विधायक व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निजी संगठन हिन्दू युवा वाहिनी के प्रभारी विधायक राघवेंद्र सिंह कई बार गांव आ चुके है, गांव का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद विधायक निधि से आरओ प्लांट दिए हैं। ग्राम प्रधान दिलीप त्रिपाठी ने बताया कि वह हर मौके पर मदद करते हैं। इस गांव के विकास से प्रभावित लोगों का कहना है कि इस गांव में मुख्यमंत्री को आना चाहिए और प्रदेश को बताना चाहिये ग्राम विकास का “दिलीप मॉडल”। अभी भी शासन-प्रशासन दिलीप त्रिपाठी को ग्राम पंचायतों का विकास मॉडल बना के गांव को व्यापक आधुनिक बना के अशिक्षा, बेरोजगारी व नैतिकता की नींव डाल सकता है।

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